
देहरादून । UP के हाथरस में भोले बाबा (सूरज पाल) के सत्संग के बाद भगदड़ मच गई। इसमें 122 लोगों की मौत हो गई। 150 से अधिक घायल हैं। मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर फुलरई गांव में हुआ। सत्संग में 20 हजार से अधिक लोग पहुंचे थे। 27 शवों को एटा मेडिकल कॉलेज भेजा गया। यहां लाशों का ढेर देखकर ड्यूटी पर तैनात सिपाही रजनेश (30) को हार्ट अटैक आ गया। उनकी मौके पर मौत हो गई। घटना को लेकर 22 आयोजकों पर FIR दर्ज की गई है।
कैसे हुआ हादसा : चश्मदीदों के मुताबिक, सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनकी चरण रज लेने के लिए दौड़े। भीड़ को काबू में करने के लिए पानी की बौछारें फेंकी गई। लोग भागने लगे, तभी एक-दूसरे पर गिरते गए और कुचलने से इतनी मौतें हुईं।
कौन है भोले बाबा : बाबा का असली नाम सूरज पाल उर्फ नारायण हरि साकार है। एटा का रहने वाला सूरज पाल करीब 25 साल से सत्संग कर रहा है। पश्चिमी UP के अलावा राजस्थान, हरियाणा में भी इसके अनुयायी हैं। हादसे के बाद से ही बाबा फरार है। रात करीब 11:30 बजे पुलिस उसके मैनपुरी स्थित राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट पहुंची, लेकिन बाबा यहां नहीं मिला।
समागम में बांटा जाता है पानी : भोले बाबा के सत्संग में अनुयायियों को पानी बांटा जाता है। अनुयायियों का मानना है कि यह पानी पीने से उनकी समस्याएं खत्म हो जाती हैं। एटा में बहादुर नगर गांव स्थित बाबा के आश्रम में दरबार लगता है। यहां आश्रम के बाहर एक हैंडपंप भी है। दरबार के दौरान इस हैंडपंप का पानी पीने के लिए भी लंबी लाइन लगती है।
दो मंत्री, CS और DGP घटनास्थल पर पहुंचे
CM योगी के निर्देश पर मुख्य सचिव मनोज सिंह और DGP प्रशांत कुमार घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। तीन मंत्री- संदीप सिंह, असीम अरुण और चौधरी लक्ष्मी नारायण भी कैंप कर रहे हैं। घटना की जांच के लिए ADG आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम बनाई गई है।
DM ने बताया कि SDM ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी। आयोजक मंडल के 22 लोगों के खिलाफ केस दर्ज हो गया है। योगी ने कहा कि हाथरस की घटना हादसा है या साजिश, इसकी जांच होगी।
सीएम आज हाथरस पहुँचेंगे ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह 11 बजे हाथरस जिला अस्पताल पहुंचेंगे। यहां घायलों का हाल जानेंगे। घटना को लेकर अधिकारियों से बात करेंगे।