
नेपाल से तीन ओर से घिरे दूरस्थ थपलियाखेड़ा गांव के ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए सीएम कैंप कार्यालय आगे आया है। सीएम पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर बरसात के समय आवागमन में दिक्कत दूर करने के लिए एनएचपीसी परिसर से रास्ता खोलने के बाद ग्रामीणों को अन्य सुविधाएं दिलाने की तैयारी शुरू हो गई है। सीएम कैंप कार्यालय के नोडल अधिकारी केदार सिंह बृजवाल ने बताया कि गांव को बिजली से रोशन करने की प्रक्रिया चल रही है।
बता दें कि थपलियाखेड़ा गांव के ग्रामीण लंबे समय से राजस्व गांव घोषित करने की मांग उठा रहे हैं। इसके लिए कुछ समय पहले जिला प्रशासन ने नए सिरे से प्रस्ताव बनाने की तैयारी भी की थी। वन भूमि में बसे होने से गांव के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। गांव में वर्तमान में 29.09 हेक्टेयर भूमि में 47 परिवारों के 234 सदस्य और 126 मतदाता हैं। इसकी बसासत का इतिहास है कि पहाड़ में सर्दी के मौसम में लोग प्रवास पर जानवरों के साथ आते थे, जो बाद में यहीं बसते चले गए।
नोडल अधिकारी बृजवाल ने बताया कि एनएचपीसी को गांव गोद लेने के लिए डीएम मनीष कुमार ने कहा है। गांव गोद लेने पर मूलभूत सुविधाओं का विकास होगा। इधर डीएम ने एनएचपीसी को पत्र भेजकर गांव को गोद लेने के निर्देश दे दिए हैं।