13 अप्रैल 2024 । जौनसार बावर में खुशहाली व समृद्धि का प्रतीक माने जाने वाले बिस्सू पर्व का शुक्रवार से आगाज हो गया है इस पर्व का जौनसार में खास महत्व है।
पर्व के पहले दिन फुलियात पर्व मनाया जाता है, जिसमें लोग अपने इष्ट देवता को बुरांश के फूल अर्पित करते हैं। छत्रधारी चालदा महासू मंदिर दसऊ में भी बिस्सू पर फूलियात पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। ग्रामीणों ने ये फूल महासू देवता को अर्पित किए। वहीं, लोकगीतों पर ग्रामीण जमकर थिरके। जौनसार बावर के आराध्य देव छत्रधारी आयोग चालदा महासू महाराज इन दिनों जौनसार के खत पशगांव के दसऊ गांव में प्रवास पर है। खत दसऊ पशगांव में फुलियात पर्व को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस दौरान पशगांव (दसऊँ) खत के 14 गांवों के ग्रामीण हाथों में बुरांश के फूलों के गूच्छे, मालाएं लेकर गाजे बाजे के साथ नृत्य करते हुए छत्रधारी चालदा महासू महाराज मंदिर दसऊ पहुंचे। मंदिर में पुष्प चढ़ाकर देव दर्शन कर खुशहाली की कमाना की।