
देहरादून । लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को मणिपुर के जिरीबाम और चुराचांदपुर जिलों में राहत शिविरों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां रह रहे लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं। राहुल से बात करने के दौरान कई लोग अपनी तकलीफ सुनाते हुए रो भी पड़े। कांग्रेस द्वारा राज्य की दोनों लोकसभा सीटें जीतने के बाद राहुल गांधी पहली बार मणिपुर पहुंचे हैं।
राज्य में पिछले वर्ष मई में में मैतेई और कुकी समुदाय के लोगों के बीच जातीय हिंसा शुरू हुई थी जिसमें 200 से अधिक लोगों की मौत हुई है। कांग्रेस ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, हिंसा के बाद मणिपुर की उनकी (राहुल गांधी की) तीसरी यात्रा लोगों के मुद्दों के प्रति उनकी अटूटे प्रतिबद्धता दिखाती है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सबसे पहले जिरीबाम उच्च माध्यमिक विद्यालय में बने राहत शिविर का दौरा किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के. मेघचंद्र ने बताया कि इस दौरान लोगों ने राहुल गांधी को अपने अनुभव बताए। राहुल ने पूछा कि उन्हें किस चीज की जरूरत है। एक लड़की ने उनसे कहा कि न तो प्रधानमंत्री और न ही मुख्यमंत्री उनसे मिलने आए हैं। उसने कांग्रेस नेता से यह मामला संसद में उठाने का भी आग्रह किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जिरीबाम में हजारों की संख्या में लोग राहुल गांधी का स्वागत करने आए ।