खानपुर विधायक उमेश कुमार के ऑफिस पर फायरिंग, पूर्व बीजेपी MLA ने दागी गोलियां, गिरफ्तार.

देहरादून : हरिद्वार जिले की पुलिस ने बीजेपी के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन को खानपुर के विधायक उमेश कुमार के रुड़की स्थित कैंप कार्यालय पर गोलीबारी करने के आरोप में रविवार को गिरफ्तार किया

पत्रकार से नेता बने कुमार ने 2022 के राज्य विधानसभा चुनाव में खानपुर निर्वाचन क्षेत्र से चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी को पराजित किया था जिसके बाद से ही दोनों के बीच तनातनी जारी है.

पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए दोनों नेता पिछले कुछ दिनों से एक दूसरे पर टिप्पणियां कर रहे थे. उसने बताया कि रविवार शाम खानपुर के पूर्व विधायक चैंपियन अपने समर्थकों के साथ कुमार के कैंप कार्यालय पहुंचे जहां दोनों के समर्थकों के बीच संघर्ष हुआ और लाठी-डंडों से हमला किया गया. पुलिस ने बताया कि चैंपियन ने हवा में गोलियां भी चलाईं जिससे वहां हड़कंप मच गया. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ.

  • वीडियो के जरिए दावा

इस घटना की सूचना मिलने के बाद विधायक कुमार भी अपने समर्थकों के साथ चैंपियन के कार्यालय पहुंच गए जहां जमकर हंगामा किया तथा ‘‘अपशब्द’’ कहे. जब पुलिस मौके पर पहुंची तो कथित तौर पर कुमार हाथ में पिस्तौल लेकर चैंपियन के कार्यालय के अंदर दौड़ते हुए जा रहे थे और गाली-गलौज कर रहे थे.

कुमार ने आरोप लगाया कि चैंपियन ने दो दिन पहले सोशल मीडिया पर उनके साथ गाली-गलौज की थी और उनके माता-पिता के बारे में बेहद अभद्र शब्दों का इस्तेमाल किया. इसके बाद कुमार शनिवार रात को लंढौरा स्थित चैंपियन के आवास पहुंचे और अपशब्द कहे. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

पूर्व विधायक गिरफ्तार

हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि मामले में भारतीय न्याय संहिता की प्रासंगिक धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चैंपियन को देहरादून स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया. वायरल हुए एक वीडियो में वह देहरादून के नेहरू कॉलोनी थाने से पुलिस वैन में जाते दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि चैंपियन की ओर से मिली तहरीर के आधार पर विधायक उमेश कुमार के खिलाफ भी एक मुकदमा दर्ज किया गया है तथा कुमार और उनके समर्थकों को भी हिरासत में लिया गया है.

डोभाल ने बताया कि दोनों ही पक्षों के असलहों के लाइसेंस को निलंबित करने की सिफारिश हरिद्वार के जिलाधिकारी से की गयी है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने उन्हें दी गयी सुरक्षा पर पुन:विचार करने का आग्रह भी किया है. डोभाल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘कानून-व्यवस्था को चुनौती देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.’’

उधर, पुलिस हिरासत में चैंपियन ने संवाददाताओं से कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘खानपुर विधायक (उमेश कुमार) ने शनिवार रात लंढौरा में मेरे घर पर हमला किया और अपशब्द कहे. जब मैंने जवाब दिया तो पुलिस ने मुझे पकड़ लिया.’’ चैंपियन की पत्नी कुंवरानी देवयानी ने दावा किया कि कुमार ने शनिवार को रात करीब साढ़े 10 बजे उनके आवास पर आकर कथित तौर पर ‘‘अपशब्द’’ कहे जिसके बारे में उन्होंने पुलिस को सूचित करते हुए शिकायत दर्ज कराई थी.

जनप्रतिनिधियों को शोभा नहीं देता- बीजेपी

उन्होंने दावा किया, ‘‘पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने के बाद (चैंपियन ने) यह कदम उठाया.’’ भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि कानून के साथ खिलवाड़ करना जनप्रतिनिधियों को शोभा नहीं देता है. एक बयान में भट्ट ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस संबंध में सख्त कार्रवाई करने और भय का माहौल उत्पन्न करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है.

उन्होंने कहा, ‘‘कानून हाथ में लेने की अनुमति न पार्टी देती है और न ही देश का संविधान या कानून देता है.’’ कांग्रेस के नौ अन्य विधायकों के साथ बगावत कर 2016 में भाजपा में शामिल हुए चैंपियन पहले भी अपने आचरण के कारण विवादों में आ चुके हैं. जुलाई 2019 में उनका एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वह अपने समर्थकों के साथ शराब पीते और बंदूकों को हाथ में उठाए नृत्य करते दिखाई दे रहे थे जिसके लिए उन्हें पार्टी से करीब एक साल तक निष्कासित किया गया.

कौन है उमेश कुमार

इससे पहले, जून 2019 में नयी दिल्ली में उत्तराखंड निवास में एक पत्रकार को धमकी देने के आरोपों की जांच के बाद चैंपियन को पार्टी से तीन माह के लिए निलंबित किया गया था और उन पर पार्टी गतिविधियों में शामिल होने पर रोक लगा दी गयी थी.

उत्तराखंड में वर्ष 2002 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में हरिद्वार के खानपुर से विधायक चुने जाने के बाद से वह लगातार चार बार वहां से जीते. हालांकि, पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उनकी जगह उनकी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा था जो चुनाव हार गईं. वहीं, दोनों के नेताओं के समर्थकों के बीच जमकर झड़प हुई, जिसके बाद इलाके में भय और दहशत माहौल है.

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें चैंपियन को अपने दो दर्जन से अधिक समर्थकों के साथ उमेश कुमार के ऑफिस पर गैंगवार स्टाइल में गोलीबारी करते और भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए सुना गया है. उनके निवास पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई. साथ ही साथ विधायक के कर्मचारियों और समर्थकों जमकर पिटाई करते हुए देखा गया है. फुटेज में चैंपियन को असॉल्ट राइफल को लोड करते, गोलियां चलाते और एक हाथ में राइफल और दूसरे हाथ में पिस्तौल लेकर उमेश कुमार के ऑफिस परिसर में घूमते हुए देखा गया.

कथित तौर पर इस झड़प में कुमार के स्टाफ के एक सदस्य राव इमरान के सिर में चोट लग गई और उसे अस्पताल ले जाया गया. पुलिस के पहुंचने से पहले ही चैंपियन और उनके समर्थक मौके से चले गए थे. बाद में उमेश कुमार के निजी सचिव जुबैर काजमी ने रुड़की के सिविल लाइंस थाने में चैंपियन के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि करीब 100 राउंड फायरिंग की गई, जिसमें से 70 खाली बुलेट कवर बरामद किए गए. पूर्व विधायक और उनके चार समर्थकों को बाद में देहरादून से गिरफ्तार किया गया.

उमेश कुमार ने भी लहराई पिस्टल

इस बीच, अपने कैंप कार्यालय पर विधायक उमेश कुमार मौजूद नहीं थे. इसके बाद जैसे ही वे मौके पर पहुंचे वैसे ही तनावपूर्ण स्थिति और बढ़ गई. कुमार के समर्थकों ने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के खिलाफ नारे लगाना शुरू कर दिए और कुमार ने पिस्तौल लहराते हुए चैंपियन के घर की ओर भागने की कोशिश की, जो उनके घर से बमुश्किल 300 मीटर दूर था. इस दौरान पुलिस अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ा और उन्हें रोका, ये पूरी घटना वीडियो में कैद हो गई. पुलिस ने उमेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया है. दोनों ही नेताओं के लाइसेंसी हथियार सीज कर लिए गए हैं.

चैंपियन और उमेश कुमार दोनों के बीच 2022 से रंजिश चल रही है. उमेश कुमार ने बीजेपी विधायक से खानपुर सीट छीन ली थी, जिसका उन्होंने चार बार प्रतिनिधित्व किया था. चैंपियन ने विधानसभा चुनावों में उमेश कुमार के खिलाफ अपनी पत्नी को मैदान में उतारा था.

कौन हैं कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन?

कुंवर खानपुर सीट से पूर्व विधायक हैं. वह 2022 तक लक्सर और खानपुर से लगातार चौथी बार चुने गए थे. 58 वर्षीय ने पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत के तहत पिछली राज्य सरकारों में कैबिनेट रैंक के अधिकारी के रूप में भी काम किया है. वह कांग्रेस छोड़ने के बाद 2016 में बीजेपी में शामिल हो गए. 2017 के चुनाव के बाद वह बीजेपी विधायक चुने गए.

कुंवर को एक अन्य विधायक देशराज कर्णवाल के साथ झगड़े के बाद 23 जून 2019 को बीजेपी से 3 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया था. जुलाई 2019 में पार्टी ने प्रणव के निलंबन को अनिश्चित काल के लिए बढ़ा दिया क्योंकि वह एक विवादास्पद वीडियो में दिखाई दिए, जिसमें उन्हें बंदूकों के साथ नाचते हुए देखा गया था. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था, जिससे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी.

कौन हैं उमेश कुमार?

उमेश कुमार साल 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में खानपुर सीट से निर्दलीय विधायक चुने गए. चुनाव आयोग के पास दायर चुनावी हलफनामे के अनुसार, उनका पेशा कृषि और मीडिया सलाहकार है. उमेश कुमार ग्रेजुएट हैं. उनकी कुल घोषित संपत्ति 54.9 करोड़ रुपए है, जिसमें 9 करोड़ रुपए चल संपत्ति और 45.8 करोड़ रुपए अचल संपत्ति के रूप में शामिल हैं. उनकी कुल घोषित आय 67.1 लाख रुपए है, जिसमें से 52.7 लाख रुपए स्वयं की आय है. उमेश कुमार की कुल देनदारियां 2.9 करोड़ रुपए हैं.

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