उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद और आई०आर०सी०टी०सी० के मध्य हुआ करार

देहरादून। गुरूवार को पर्यटन विकास परिषद् और आई०आर०सी०टी०सी० के मध्य मानसखण्ड एक्सप्रेस के संचालन को एक अनुबंध हुआ है। जिसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों से राज्य के अल्पज्ञात गंतव्यों के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन मानसखण्ड एक्सप्रेस चलाए जाने के लिए अनुबंध किया गया है। पर्यटन विभाग की ओर से डा० हरीश रेड़तोलिया, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, तथा आई०आर०सी०टी०सी० की ओर से समूह महाप्रबन्धक सुनील कुमार, द्वारा अनुबन्ध पर हस्ताक्षर किये। इस मौके पर उत्तराखण्ड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी मौजूद रहे।

इस अनुबंध के जानकारी देते हुए सतपाल महाराज ने बताया कि पर्यटन विभाग की यह महत्वाकांशी योजना है, जिससे हमारे राज्य के सुदुरवर्ती मंदिर और अब रेल की कनैक्टिविटी से जुड़ जाएंगे। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटक टेªन के गंतव्य स्थल के बाद बस सर्विस के जरिये अपने गंतव्य स्थानों तक पंहुचकर दर्शन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मानसखण्ड माला के लिए यह बहुत ही सुन्दर कनैक्टिविटी है। उत्तराखण्ड पर्यटन विभाग तथा भारतीय रेल के मध्य यह एमओयू हुआ है।

उन्होंने कहा कि पर्यटकों से आग्रह किया कि मानसखण्ड आइए आदि कैलाश, ओम पर्वत तथा यहां जो अलब्य स्थान हैं उनके दर्शन कीजिए। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान उत्तराखंडी व्यंजन परोसे जाएंगे तथा पर्यटन विभाग द्वारा प्रशिक्षित गाइड्स को भी रोजगार का अवसर प्राप्त होगा। इस ट्रेन को उत्तराखण्ड से जुड़े विभिन्न गंतव्यों, उत्तराखण्डी व्यंजन, त्योहार आदि के चित्रों द्वारा सुसज्जित किया जायेगा, जिससे देश के विभिन्न शहरों से गुजरने पर इन गंतव्यों के बारे में आमजनमानस को जानकारी भी प्राप्त होगी।

राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा एक नई पहल की गई है। जिसमें उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद् एवं आईआरटीसी के बीच मानसखण्ड मंदिरों तथा अन्य स्थलों के प्रचार-प्रसार हेतु विशेष टेªन (मानसखण्ड एक्सप्रेस) संचालित किए जाने पर आज एक एमओयू किया गया। मानसखण्ड स्थित विभिन्न मंदिरों के भ्रमण हेतु पहली ट्रेन अप्रैल, 2024 में कोलकाता से चलाई जाएगी। उसके बाद अन्य शहरों के लिए भी तैयारी की जा रही है। मानसखण्ड एक्सप्रेस ट्रेन के संचालन हेतु हुए करार के अनुसार उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद् का खर्च सालाना पांच करोड़ के लगभग होगा।

इस ट्रेन में 500 यात्री एक साथ सफर कर सकेंगे। ट्रेन के सभी यात्री डब्ये, 2 एसी हैं। साथ ही ट्रेन में भोजन की व्यवस्था भी होगी। यात्रा के दौरान भोजन आदि की व्यवस्था, प्रवास के दौरान होटल, बसों द्वारा भ्रमण, गाईड आदि को टुअर पैकेज के रूप में आरटीसी, जो रेल मंत्रालय, भारत सरकार का उपक्रम है, द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा।

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