ऋषिकेश। क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने जी-20 सम्मेलन मैं पहुंचे विदेशी मेहमानों का त्रिवेणी घाट गंगा आरती आगमन से पूर्व भव्य स्वागत किया। इस दौरान डॉ अग्रवाल ने विदेशी मेहमानों को गंगा कलश, रुद्राक्ष की माला तथा पुष्प गुच्छ भेंट किया।
त्रिवेणी घाट पहुंचे विदेशी मेहमानों का स्वागत कर डॉ अग्रवाल ने कहा कि विश्व की सबसे बड़ी पर्वत श्रृंखला हिमालय की गोद में बसा हमारा प्रदेश उत्तराखंड, ’’देवभूमि’’ के रूप में विख्यात है। यहां तीर्थ नगरी के रूप में ऋषिकेश व्याप्त है जो अंतरराष्ट्रीय योग की राजधानी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि कई मायनों में ऋषिकेश का महत्व और भी बढ़ जाता है यहां हिंदुओं की आस्था की प्रतीक मां गंगा कलकल होकर बहती है।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि ऋषिकेश योग, आयुर्वेद, ध्यान का एक वैश्विक केंद्र होने के साथ-साथ प्राचीन भारतीय सभ्यता का प्रतीक भी है। कहा कि भारतीय संस्कृति द्वारा विश्व को दिए गए सिद्धांत “वसुधैव कुटुंबकम“ पर आधारित है, जिसका अर्थ है “समस्त विश्व एक परिवार है“, कहा कि जी-20 हमारी सनातन संस्कृति की इसी मूल अवधारणा को पुष्पित व पल्लवित करने में सहायक सिद्ध होगी।
डॉ अग्रवाल ने कहा कि जी-20 की तीसरी बैठक के दौरान यहां आयोजित गंगा आरती होने पर ऋषिकेश का विश्व पटल पर और भी मान बढ़ेगा।
मंत्री के निर्देश के बाद बाजार में लौटी रौनक
ऋषिकेश। बीते रोज बाजार को बंद देख मंत्री डॉ अग्रवाल ने नाराजगी व्यक्त की थी, उन्होंने उपजिलाधिकारी ऋषिकेश को बाजार खोलने के निर्देश दिए थे। इसका असर यह रहा कि सांध्य कालीन गंगा आरती के दौरान बाजारों में रौनक देखने को मिली। विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए व्यापारी गण भी उत्साहित नजर आए।
विदेशी मेहमानों को गंगा आरती का महत्व बताया
ऋषिकेश। अग्रवाल ने संध्याकालीन गंगा आरती में पहुंचे विदेशी मेहमानों को गंगा आरती का महत्व भी बताया उन्होंने कहा कि गंगा को मां के रूप में पूजा जाता है, इसकी प्रतिदिन आरती के माध्यम से पूजा की जाती है। बताया कि त्रिवेणी घाट की आरती विश्व प्रसिद्ध है।