देहरादून। श्रीदेवसुमन उत्तराखण्ड विवि में एक सनसनीखेज मामला सामने आया हे। विवि के सहायक परीक्षा नियंत्रक हेमंत विष्ट ने आईडीपीएल चौकी में एक प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने अपने ही विवि के अधिकारियों, कर्मचारियों और दैनिक वेतनभोगी कर्मियों पर विश्वविद्यालय के अहम दस्तावेज और नगदी गायब किये जाने का आरोप लगाया है।
पूरा वाकिया बीते मंगलवार का है। जब श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विवि की बोर्ड ऑफ स्टडीज की मीटिंग चल रही थी। चौकी प्रभारी आईडीपीएल ऋषिकेश को सम्बोधित अपनी प्राथमिकी में सहायक परीक्षा नियंत्रक हेमंत बिष्ट ने बताया कि मंगलवार को भोजनावकाश के समय वे विश्राम कर रहे थे। इसी का फायदा उठाते हुए विवि के कुछ अधिकारियों और दैनिकभोगी कर्मियों ने साजिश कर 04 पैन ड्राइव एव व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के साफ्ट कॉपी के साथ 50 हजार की नगदी पर हाथ साफ कर दिया।
अपने ही सहयोगियों पर सदेह जाहिर करते हुए डॉ० हेमंत बिष्ट ने बताया कि साजिशकर्ताओं ने इसके बाद उनकी छवि को धूमिल करने के मकसद से उनके विश्राम अवस्था की फोटो खींचकर हरिद्वार से प्रकाशित एक पोर्टल पर झूठी खबर भी छपवा दी।
हालांकि डॉ० हेमंत बिष्ट ने अपने सहयोगी अधिकारी और कर्मचारियों के नाम का जिक्र प्राथमिकी में नहीं किया लेकिन वहां उस दिन मौजूद लोगों पर संदेह जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि देहरादून में उनके मकान का काम चल रहा है जिसके भुगतान के लिए उन्होंने अपने रिश्तेदारों और शुभचिंतकों से उधार लिया था। षडयंत्रकर्ताओं ने उस रकम को भी चुरा दिया हे। उन्होंने कहा कि 11 जुलाई को बोर्ड ऑफ स्टडीज की मीटिंग थी। पेन ड्राइव में विवि के अहम दस्तावेज थे।
उन्होंने अपनी प्राथमिकी में पुलिस से जांच कर साजिशकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई किये जाने की गुजारिश की है।