देहरादून। रविवार को वन दरोगा भर्ती में चयनित अभ्यर्थी पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मिले। वन दरोगा भर्ती में चयनित ये अभ्यर्थी, भर्ती निरस्त होने से काफी मायूस दिखे। उन्होंने पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत को पूरे प्रकरण की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वन दरोगा भर्ती पहली ऑनलाइन परीक्षा थी। इसमें पेपर आउट होने का कोई आरोप नहीं है। जो ऑनलाइन नकल में पकड़े गए, उन्हें पहले ही प्रतिबंधित किया जा चुका है। शेष चयनितों को नियुक्ति दी जानी चाहिए। पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र ने इन अभ्यर्थियों को ढाढस बंधाया और उनके साथ न्याय किये जाने का भरोसा दिया।
शनिवार को किया था प्रदर्शन
भर्ती परीक्षा निरस्त होने से आक्रोशित वन दारोगा चयनित अभ्यर्थियों ने शनिवार को परेड ग्राउंड में प्रदर्शन भी किया। इससे पहले वे नियुक्ति की मांग को लेकर वनमंत्री सुबोध उनियाल से मुलाकात कर चुके हैं।
ये है पूरा मामला
साल 2019 में वन दरोगा के 316 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन निकले। इसमें पूरे प्रदेश से 80 हजार से अधिक युवा शामिल हुए। यूकेएसएसएससी ने 16 जुलाई से 25 जुलाई 2021 में 18 पालियों में ऑनलाइन परीक्षा आयोजित कराई। ऑनलाइन परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की जून माह में शारीरिक दक्षता परीक्षा भी पूर्ण हो चुकी है। एसटीएफ जांच की में पेपर लीक कर नकल कराने की पुष्टि होने बाद अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने वन दारोगा भर्ती की परीक्षा निरस्त करने के बाद दोबारा से लिखित परीक्षा कराये जाने का फैसला लिया है।