देहरादून। श्रीनिवास रामानुजन ने गणित के क्षेत्र में जो कार्य किये वह भारतीय बैद्धिक क्षमता का अद्वतीय उदाहरण है। रामानुजन की तरह देशभर में कई प्रतिभाएं हैं जो गणित के क्षेत्र में शोध कार्यों में जुटें है। गणित को आसान और रुचिकर बनाने की दिशा में भी कार्य किये जा रहे हैं ताकि छात्र-छात्राएं गणित के प्रति अपनी रुचि रखे। इसके लिए उत्तराखंड में राज्य सरकार द्वारा विभिन्न छात्रवृत्ति दी जा रहीं है साथ ही समय-समय पर गणित विषय को लेकर कार्यशालाएँ भी आयोजित की जा रही है।
यह बात विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने आज हरियाणा के गुरुग्राम स्थित के0आर0 मंगलम विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय गणित दिवस पर आयोजित सेमिनार में कही। डॉ0 रावत ने कहा कि रामानुजन ने गणित के क्षेत्र में जो कार्य किया वह अद्वितीय है। उन्होंने कहा कि भारत ने ही दशमलव और शून्य की खोज की जो कि महानतम खोजों में से एक है। यही कारण है कि गणित की इन असाधारण खोजों की बदौलत दुनिया भारत के गणितज्ञों के समक्ष नतमस्तक है।
डॉ0 रावत ने कहा कि उत्तराखंड में गणित विषय के प्रति छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिये छात्र-छात्रों को छात्रवृत्ति दी जा रही है साथ ही, विभिन्न अवसरों पर गणित को लेकर कार्यशालाएँ आयोजित की जा रही हैं। डॉ0 रावत ने कहा बोर्ड परीक्षाओं में गणित विषय को लेकर छात्रों के डर को दूर करने लिए तमाम प्रयास किये जा रहे हैं इसके लिए छात्रों को अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। उच्च शिक्षा के अंतर्गत गणित विषय में शोध कार्यों पर जोर दिया जा रहा है।
डॉ0 रावत ने गणित विषय को लेकर के के0आर0 मंगलम विश्वविद्यालय एवं जी0एस0के0 फाउंडेशन द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा इस तरह के प्रयासों से गणित के प्रति बच्चों का और अधिक झुकाव होगा साथ ही उच्च स्तर पर शोध कार्यों में भी वृद्धि होगी जिसका फायदा देश और दुनिया को होगा।