देहरादून। शुक्रवार को डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून के सभागार में एनसीईआरटी के निदेशक प्रोफेसर डीपी सकलानी को गौरव सम्मान दिया गया। प्रोफेसर दिनेश प्रसाद सकलानी डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्र रहे हैं। प्रोफेसर डीपी सकलानी ने डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून से अपनी उच्च शिक्षा इतिहास विषय के साथ वर्ष 1985 में पूरी की थी। वर्तमान में वे एनसीईआरटी के डायरेक्टर, भारत सरकार के पद पर आसीन है।
डीएवी पीजी कॉलेज की ओर से शुक्रवार को उनके सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बोलते हुए पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ० वीके दीक्षित ने अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि कि अपने विद्यार्थी जीवन में प्रो० सकलानी हमेशा उत्सुक एवं सजग छात्र रहे।
उप प्राचार्य प्रोफेसर एस पी जोशी ने अपने संबोधन में प्रोफेसर डीपी सकलानी के प्रशासनिक और एकेडमिक गतिविधियों में उनके सकारात्मक सहयोग और सुझावों को लेकर याद किया। अपने उद्बोधन में प्रोफेसर सकलानी ने उच्च शिक्षा में किए जा रहे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार बदलाव और उनकी दूरगामी सोच को रखा जो अब गुलामी की शिक्षा ना होकर अब एक राष्ट्र चिंतन और निर्माण की शिक्षा के रूप में आकार ले रही है। साथ ही साथ वर्तमान परिवेश में एनसीईआरटी द्वारा किए गए सकारात्मक कदम तथा छात्र-छात्राओं को प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक उस स्तर पर तैयार करना जिस पर वह व्यवसायिक प्रगति और चिंतन को विकसित कर पाए। प्रोफेसर सकलानी ने इसके लिए शिक्षकों को अपनी गुणवत्ता में सुधार और नए बदलाव को स्वीकार करने के लिए भी प्रेरित किया।
उन्होंने डीएवी पीजी कॉलेज में अपने छात्र जीवन और संघर्ष पर भी चर्चा की, जिसने उनको इस तरह एक बेहतर व्यक्ति के रूप में उभारा। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्य डॉ प्रोफेसर के आर जैन द्वारा दिया गया। जिसमें प्रोफेसर सकलानी के योगदान तथा डॉ दीक्षित के योगदान को भी सराहा। जिन्होंने अपने शिक्षक के रूप में और एक छात्र के रूप में इस कॉलेज को अतुलनीय योगदान दिया है।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर रवि शरण दीक्षित ने किया। इस अवसर पर कॉलेज के वरिष्ठ प्रोफेसर डॉ डीके त्यागी, एसके सिंह, डॉक्टर मृदुला, डॉ सविता डॉ विवेक, डॉक्टर रंजना रावत, विनीत बिश्नोई, गुंजन पुरोहित डाक्टर प्रदीप कोठियाल, डॉ विमलेश डिमरी, डॉक्टर रीना चंद्रा, डॉक्टर ओनिमा शर्मा, डॉ रुपाली, रीना उनियाल, डॉक्टर अतुल, डॉक्टर एसवी त्यागी सहित शिक्षक शिक्षणेत्तर,शोध छात्र छात्राएं, कर्मचारी उपस्थित रहे।