नरेन्द्रनगर। निम्न आयु वर्ग में भी हाइपरटेंशन के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है इसका मुख्य कारण उचित खानपान, जागरूकता एवं उपचार का अभाव है यह विचार कम्युनिटी और फैमिली मेडिसिन विभाग एम्स ऋषिकेश की एडिशनल प्रोफेसर डॉ रंजीता कुमारी ने यहां छात्रों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
विदित हो कि धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग ने आगामी 17 मई को आने वाले ‘विश्व हाइपरटेंशन दिवस’ के उपलक्ष्य में विभागीय परिषद के कार्यक्रम के अंतर्गत सोमवार को स्वास्थ्य परीक्षण शिविर एवं हाइपरटेंशन पर विशेष व्याख्यान का आयोजन किया। बतौर विशेषज्ञ एम्स की प्रोफेसर रंजीता कुमारी ने हाइपरटेंशन के विभिन्न कारणों उनके निवारण तथा इसके ऐतिहासिक और सामाजिक
पहलुओं को स्लाइड प्रस्तुतीकरण के माध्यम से उपस्थित जनों को समझाया।
उन्होंने हाइपरटेंशन से निजात पाने के लिए अच्छी डाइट के साथ शारीरिक व्यायाम को आवश्यक बताया इसके साथ ही तंबाकू ,शराब और छोटी-छोटी बातों को दबाव में लेने की आदतों से उबरने की आवश्यकता पर जोर दिया। इससे पूर्व एम्स के डॉक्टरों की संयुक्त टीम ने प्राचार्य प्रोफेसर राजेश कुमार उभान एवं कार्यक्रम संयोजिका डॉ शैलजा रावत के साथ संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में एम्स के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा उच्च रक्तचाप, भार, एवं शरीर के अन्य अंगों की माप के साथ व्यवहारगत आदतों के आधार पर उपस्थित जनों का प्रश्नावली के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण एवं विश्लेषण किया तथा हाइपरटेंशन जैसी समस्या से उबरने के लिए आवश्यक सुझाव दिए।
कॉलेज प्राचार्य प्रोफेसर उभान ने एम्स से महाविद्यालय आई डॉक्टरों की टीम का आभार प्रकट किया इस अवसर पर कॉलेज छात्रों के अलावा सभी प्राध्यापक और कर्मचारीगण विशेष रूप से उपस्थित रहे।