पिथौरागढ़ः पिथौरागढ़ भ्रमण पर पहुंचे परिवहन सचिव, एलधारा भूस्खलन क्षेत्र के ट्रीटमेंट को लेकर की बैठक

धारचूला। जनपद भ्रमण पर पहुंचे प्रदेश के सचिव परिवहन एवं स्टाफ ऑफिसर मुख्य सचिव अरविंद सिंह हयांकी ने शुक्रवार को धारचूला स्थित लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस सभागार में धारचूला के एलधारा आपदा प्रभावित भूस्खलन क्षेत्र के ट्रीटमेंट एवं धारचूला में काली नदी के दाएं पार्श्व पर स्थित घटगाढ़ नाले से भारत-नेपाल पुल तक तटबंध सुदृढ़ीकरण कार्यों की समीक्षा संबंधित अधिकारियों के साथ की।

बैठक में कार्यदाई संस्था सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने परिवहन सचिव श्री ह्यांकी के समक्ष धारचूला के एलधारा आपदा प्रभावित भू-स्खलन क्षेत्र के ट्रीटमेंट की कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण किया।

इस दौरान सचिव श्री हयांकी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों से कहा कि एलधारा के भूस्खलन क्षेत्र में बीआरओ द्वारा भी सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया जाना है। इसलिए सिंचाई विभाग व बीआरओ के अधिकारी आपसी सामंजस्य से ही कार्य करे, ताकि ट्रीटमेंट कार्य होने के बाद बीआरओ द्वारा सड़क चौड़ीकरण कार्य किये जाने पर सिंचाई विभाग द्वारा किए गए ट्रीटमेंट कार्य को कोई क्षति न पहुंचे।

इस पर जिलाधिकारी रीना जोशी ने अवगत कराया कि एलधारा भूस्खलन क्षेत्र के ट्रीटमेंट की ङीपीआर कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग एवं बीआरओ का समन्वय स्थापित करते हुए तैयार करवायी गयी है। बीआरओ द्वारा ट्रीटमेन्ट एरिया में पहाड़ी का कटिंग कार्य नहीं किया जाएगा। सड़क के निचले हिस्से से ही पुश्ता बनाकर सड़क को चौड़ा किया जाएगा।

श्री हयांकी ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि ट्रीटमेंट वाले क्षेत्र में जलस्रोत वाले स्थानों को चिहिन्त कर लिया जाय तथा उनके बहाव को सुचारू रखने की व्यवस्था बनायी जाय, ताकि दबे जलस्रोत भविष्य में भू-स्खलन का कारण न बने। उन्होंने ट्रीटमेन्ट एरिया में ड्रेनेज सिस्टम बनाये जाने तथा ट्रीटमेन्ट कार्य को गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिये। र्श्री हयांकी द्वारा जानकारी मांगे जाने पर सिंचाई विभाग के एसई विकास श्रीवास्तव ने बताया कि एलधारा भू-स्खलन क्षेत्र का ट्रीटमेन्ट कार्य एक सप्ताह के भीतर शुरू कर दिया जायेगा। यह भी बताया कि ट्रीटमेन्ट कार्य की लागत 19 करोड़ 75 लाख है।

काली नदी पर तटबन्ध निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान सचिव श्री हंयाकी ने कहा कि काली नदी पर घटगाड़ क्षेत्र में यदि नेपाल देश द्वारा नदी में अपने क्षेत्र से मलबा नहीं हटाया जा रहा है तो अपने स्तर पर तकनीकी समाधान निकालते हुए तटबन्ध निर्माण कार्य तेजी से करें। श्री हयांकी ने घटगाड़ क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण भी किया।

इस अवसर पर एसडीएम दिवेश शासनी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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