देहरादून। राज्य के 14 हजार से ज्यादा प्राइमरी और जूनियर स्कूल एक बार फिर से स्काउट-गाइड प्रशिक्षण से जुडऩे जा रहे हैं। सरकार ने प्रदेश के हर स्कूल में स्काउट गाइड की गतिविधियां शुरू करने के आदेश दिए। इसका शुल्क भी तय कर दिया गया है। पहली से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को दो रूपयें प्रतिमाह फीस देनी होगी।
महानिदेशक- शिक्षा बंशीधर तिवारी ने इसके आदेश कर दिए। फीस तय न होने की वजह से प्राइमरी और जूनियर स्कूलों में स्काउट-गाइड कई साल पहले बंद हो गया था। प्रदेश में इस वक्त माध्यमिक और डिग्री कॉलेज स्तर पर करीब सात हजार छात्र-छात्राएं स्काउड गाइड से जुड़े हैं।
मालूम हो कि कुछ समय पहले शिक्षा मंत्री डॉ० धन सिंह रावत ने शिक्षा विभाग के स्काउट गाइड को दोबार पूरी क्षमता के साथ शुरू करने के निर्देश दिए थे। सरकारी, प्राइवेट स्कूलों के साथ ही संस्कृत स्कूल, मदरसों को भी इससे जोड़ा जाना है।
भारत स्काउट गाइड के प्रदेश सचिव रविन्द्र काला ने बताया कि पूर्व में सदस्यता संख्या 40 हजार तक हो गई थी। लेकिन कोरोना की वजह से कई क्लब रिन्यू नहीं हो पाए थे। अब विभाग ने फीस तय कर दी है।
शिक्षा महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने कहा कि एनसीसी के समान ही स्काउट गाइड भी छात्रों के चरित्र और व्यक्तित्व विकास में सहयोगी है। सभी स्कूलों में इसे शुरू किया जा रहा है। स्कूलों में स्काउट मास्टर के पदों पर शिक्षकों को नियुक्त करने के आदेश भी दिए गए हें। सभी सरकारी और अशासकीय स्कूलों के प्रधानाचार्यों को भी दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।