देहरादून। बागेश्वर उपचुनाव से ऐन पहले भाजपा ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार रहे रंजीत दास ने भाजपा का दामन थाम लिया है। शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर रंजीतदास ने सीएम धामी, पार्टी अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। चुनाव से पहले रंजीत दास के भाजपा में शामिल होने से कांग्रेस को यह बड़ा झटका माना जा रहा है। 2022 विधानसभा चुनाव में रणजीत दास को तकरीबन 20 हजार वोट मिले थे और दूसरे नंबर पर रहे थे।
बागेश्वर विधानसभा सीट के लिहाज से रंजीत दास बड़ा नाम है। उनके पिता गोपाल दास बागेश्वर विधानसभा सीट से ही चार बार विधायक रहे। उत्तर प्रदेश के दौरान से ही उनके पिता वहां विधायक रहे। 2003 में रंजीत दास ने पहली बार नगर पालिका का चुनाव लड़ा था, और मात्र 20 वोटो से चुनाव हार गए थे। 2012 और 2017 17 में भी कांग्रेस ने रंजीत दास को टिकट नहीं दिया। 2022 में रंजीत दास को पहली बार विधानसभा चुनाव में किस्मत आजमाने का मौका मिला, लेकिन वह चंदन रामदास से चुनाव हार गए। रंजीत दास को 20 हजार के करीब वोट मिले थे। कांग्रेस सरकार के दौरान रंजीत दास मुख्यमंत्री हरीश रावत के पीआरओ भी रहे थे।