देहरादून। उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव के दौरान उपजे यूनिवर्सिटी विवाद में पूर्व सीएम हरीश रावत ने इनाम की रकम तीन लाख रूपये से बढ़ाकर पांच लाख रूपये कर दी। हरीश रावत ने कहा कि जो भी व्यक्ति साबित कर देगा कि मैंने यूनिवर्सिटी बनाने की घोषणा की थी, उसे यह रकम दी जाएगी।
रावत ने रविवार को हिमाचल चुनाव में कांग्रेस को जीत की बधाई देते हुए उत्तराखण्ड में पार्टी की हार के कारण गिनाए। पूर्व सीएम हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि हिमाचल में कांग्रेस के लिए नई आशा पैदा हो गई है। मगर उत्तराखण्ड में आज भी कई लोगों के मन यह सवाल है कि कांग्रेस जीतते जीतने क्या हार कई? उन्होंने कहा कि पीएम, गृहमंत्री, भाजपा शासित राज्यों के सीएम और स्थानीय नेताओं द्वारा यूनिवर्सिटी को लेकर भ्रम फैलाना उत्तराखंड में कांग्रेस की हार का बड़ा कारण रहा।
गौरतलब है कि पूर्व सीएम हरीश रावत ने इससे पहले 50 हजार, फिर तीन लाख रूपये पुरस्कार का ऐलान किया था। अब इस पुरस्कार राशि को पांच लाख रूपये कर दिया गया है।
हरीश रावत ने कहा कि यदि साबित हो जाता है कि मैंने यूनिवर्सिटी बनाने की बात कही थी तो मैं राज्य के लोगों से माफी मांग कर राजनीति छोड़ दूंगा। या फिर इंसाफ के लिए अदालत की शरण लूंगा।
उन्होंने मामले में पुलिस पर कार्रवाई का न करने का आरोप लगाया हुए कहा कि इस विषय को लेकर पुलिस से भी शिकायत की थी। लेकिन भाजपा के बड़े नेताओं के नाम देखकर तो पुलिस भी पीछे हट जाती है और उनसे अपेक्षा भी नहीं करनी चाहिए कि उनको कुछ दिखाई पड़ेगा। वो केस दर्ज करेंगे तो मैं न्यायिक शरण में जाने के लिए बाध्य होऊंगा।